इस्लाम में स्त्री वाक्य
उच्चारण: [ iselaam men setri ]
उदाहरण वाक्य
- 2 Responses to इस्लाम में स्त्री का स्थान
- इस्लाम में स्त्री और उसकी यौन इच्छा
- इस्लाम में स्त्री एक वस्तु के समान है जिसे बदला जा सकता है
- वे लिखते हैं कि इस्लाम में स्त्री और पुरुष के बीच कोई भेदभाव नहीं है।
- इस्लाम में स्त्री के शरीर को ढके रहने की बात के मूल में तत्कालीन परिस्थितियां थीं।
- सारांश यह है कि इस्लाम में स्त्री को केवल भोग की वस्तु माना गया है ।
- इस्लाम में स्त्री को बच्चे पैदा करने की मशीन अथवा उपभोग की वस्तु ही समझा जाता है।
- पहला सवाल यह की इस्लाम में स्त्री की आज़ादी किन हदों में बंधी है, दूसरा परदा प्रथा के मूल में
- परन्तु इस्लाम में स्त्री धर्म सुधार की कोई गुंजाइश नहीं रखी गई है यह केवल जडवादी मानसिकता के लोगों की सोच है जबकि ऐसा नहीं है।
- निम्ननिखित कारणों से यह सिद्ध किया गया है कि इस्लाम में स्त्री के लिये एक समय में एक से अधिक पति रखना क्यों वर्जित किया गया है।
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